उत्तर प्रदेश। उमेशपाल हत्याकांड में शामिल अतीक अहमद के बेटे असद एवं शूटर गुलाम को एसटीएफ की टीम ने गुरूवार को एनकाउंटर में मार गिराया है। झांसी से करीब 30 किमी दूर पारीछा बांध के पास छिपे बैठे दोनों आरोपियों को एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
यूपी पुलिस असद अहमद एवं शूटर गुलाम की लंबे समय से तलाश कर रही थी। एसटीएफ की टीम को देखकर दोनों आरोपियों ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी वहीं ढेर हो गए। झांसी और कानपुर हाइवे पर स्थित झांसी से करीब 30 किलोमीटर दूर बड़ागांव और चिरगांव के पास एनकाउंटर हुआ है। बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम पारीछा बांध के पास छिपे बैठे थे। तभी पुलिस ने उन्हें घेर लिया, जब पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने को कहा तो उन्होंने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों ढेर हो गए। एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस को असद के पास से विदेशी हथियार भी मिले हैं।
झांसी में अतीक अहमद के पुराने करीबी ने असद और मोहम्मद गुलाम को पनाह दी थी। पुलिस ने पिछले दिनों झांसी से 2 मददगारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। अतीक के गुजरात से प्रयागराज आते वक्त झांसी में कई करीबी पुलिस काफिले के पीछे चल रहे थे। ज्ञात हो कि प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या की गई थी। इस केस में अतीक, उसका भाई अशरफ, असद और अन्य शूटर आरोपी थे। पुलिस ने असद समेत 5 शूटरों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया था। उमेश पाल हत्याकांड में अब तक 4 शूटरों का एनकाउंटर हुआ है। असद और गुलाम से पहले अरबाज और विजय उर्फ उस्मान चौधरी का एनकाउंटर हुआ था। यहां आपको यह भी जानना जरूरी है कि प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान बम भी फेंके गए थे। इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी। राजूपाल की हत्या 2005 में की गई थी। इसका आरोप अतीक और उसके भाई अशरफ पर लगा था।
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