केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश प्रौद्योगकी के प्रमुख स्रोत के रूप में उभर रहा है और प्रौद्योगिकी विकास करने के तौर पर भारत की विकास गाथा से सीखने के लिए दुनियाभर में ललक देखी जा रही है।
केंद्रीय मंत्री 29-30 अप्रैल को हुई जी-7 देशों के डिजिटल और प्रौद्योगिकी मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए जापान के दौरे पर थे।
वैष्णव ने यहां एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे दूरदर्शी कार्यक्रमों के कारण भारत स्पष्ट रूप से एक प्रौद्योगकी ऊर्जा स्रोत और विश्वस्त साझेदार के तौर पर उभर रहा है। आज वैश्विक रूप से, प्रौद्योगिकी विकासकर्ता के तौर पर भारत की विकास गाथा से सीखने में ललक देखी जा रही है।”
भारतीय दूरसंचार उपकरणों का वैश्विक मानकों पर परीक्षण करने के लिए भारत ने जी-7 देशो को उनके तकनीकी विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है।