रायसेन। पश्चिमी विक्षोभ और दूसरे सिस्टम एक साथ बनने के कारण 24 घंटे के लिए जिले में ऑरेंज अलर्ट रहेगा। गरज-चमक के साथ तेज हवा, जिसकी गति 40 से 50 किमी तक रह सकती है। जिले में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। यदि ओलावृष्टि होती है तो सबसे अधिक नुकसान जिले में 1 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में बोई गई मूंग की फसल हो सकता है।
केंद्रों पर खुले में पड़ा किसानों का गेंहू…
ये फसल 20 दिन से लेकर 1 महीनेे तक की हो चुकी है। इसके अलावा जिले के उपार्जन केंद्रों पर जगह-जगह खुले में बड़ी मात्रा में गेहूं पड़ा हुआ है। इससे पहले मार्च में अलग-अलग तीनों दिन ओलावृष्टि होने से जिले की रबी फसलों को काफी नुकसान हुआ था। मौसम वैज्ञानिको के मुताबिक 30 सालों के इतिहास में देखें तो प्री मानसून के समय मार्च से मई में लंबी अवधि चलने वाला ये पहला सिस्टम है, जो कि 10 दिन चलेगा। आम तौर पर पश्चिमी विक्षोभ का दो से तीन दिन ही असर रहता है।
आगामी दो हफ्ते तक लू नहीं चलेगी। दिन के तापमान 40 से कम और रात का तापमान 20 से 24 डिग्री के बीच रहेगा। इस अंतराल में बादल छाए रहने के साथ तेज आंधी चलने व हल्की बारिश व कहीं ओलावृष्टि के आसार बन रहे हैं।
कृषि उपज मंडी में बारिश से भीगा गेहूं…..
जिले के 162 उपार्जन केंद्रों और कृषि उपज मंडियों में इन दिनों गेहूं की अच्छी आवक चल रही है । वहीं शहर में शाम 1.5 घंटे हुई बारिश में मंडी में सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीग गया। इसके अलावा उपार्जन केंद्रों पर भी 50 हजार टन से अधिक गेहूं का परिवहन न होने पाने के कारण खुले में रखा हुआ था।
बारिश: प्रदेश में दूसरे नंबर पर रायसेन और गुना
बीती रात तेज हवा के साथ प्रदेश के 21 जिलों में बारिश हुई है। इनमें से सबसे अधिक 11.9 मिमी बारिश पचमढ़ी में हुई। इसके बाद दूसरे नंबर पर रायसेन और गुना हैं, जहां 8-8 मिमी बारिश हुई है। इसके साथ ही भोपाल 6.8, नरसिंहपुर 2,सागर 2.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 7 लोगों की मौत….
बैमौसम बारिश बादलों के गड़गड़ाने से बिजली की गरज चमक के साथ ही रायसेन जिले में आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।आर्थिक सहायता के लिए जिला प्रशासन के पास आवेदन आ चुके हैं।
गड़बड़ाया बिजली सिस्टम : जिले में 400 गांवों सहित नगरों की बिजली सप्लाई हुई बाधित। बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक बीती रात जिले में 400 गांवों की बिजली प्रभावित हुई थी । कहीं तार टूटने तो कहीं इंसुलेटर फटने के कारण बिजली गुल हुई थी । इनमें सुधार किए जाते रहे और बिजली सप्लाई चालू की जाती रही।
करीब 5 हजार हैक्टेयर की फसलें हुईं बर्बाद…..
मार्च में 6,8 और 17 तारीख को ओलावृष्टि और बैमौसम बारिश से 4 हजार 619 हेक्टेयर रबी रकबे की फसलों को नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा वन क्लिक किसानों के खातों में करीब 6 करोड़ 14 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। जिससे अन्नदाताओं के चेहरे खुशी से चमक उठे।जिले की रायसेन,सिलवानी और बाड़ी तहसील में फसलों को अधिक नुकसान होना सर्वे में पाया गया है।
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30 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा सिस्टम जिसका असर 10 दिन तक चलेगा, मूंग को नुकसान की संभावना,किसान पड़े चिंता में
- by indiaflip
- April 28, 2023
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- 2 years ago
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