November 7, 2024
प्रशासन राज्य

प्रदेश में 22 जून से निकाली जाएगी वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा


वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी यात्रा, 27 जून को शहडोल में होगा समापन

रायसेन, 20 जून 2023
मध्यप्रदेश की प्रमुख जनजाति गोंड हैं, गोंड राजवंश ने 52 गढ़ों के विस्तृत साम्राज्य पर 63 गोंड राजाओं ने 1400 वर्षों तक अपना शासन किया द्य महाराजा संग्राम शाह (1510-1543 ई.), राजा दलपत शाह, राजा वीर नारायण, रानी दुर्गावती, राजा चन्द्रशाह, राजा हिर्देशाही, राजा निजाम शाही एवं 1857 में अंग्रेजो के विरुद्ध लड़कर शहीद हुए राजा शंकर शाह एवं कुँवर रघुनाथ शाह प्रमुख हैं।
राजा संग्राम शाह के पुत्र राजा दलपत शाह (1543-1550 ई.) से रानी दुर्गावति (जन्म 05 अक्टूबर 1524) का विवाह हुआ, इनके पति दलपत शाह की मृत्यु उपरांत रानी दुर्गावती ने 1550 से 1564 तक अपना शासन किया, अकबर के सरदार आसफ़ ख़ान से युद्ध में 24 जून 1564 को रानी दुर्गावती का जबलपुर के नर्राई नाला क्षेत्र में युद्ध में बलिदान हुआ। रानी दुर्गावती को आज भी सर्व सामान्य व गोंड जनजातीय समाज अपनी रानी, रणचंडी, संरक्षिका एवं देवी के रूप में अनन्य श्रद्धा का भाव रखते हैं।
प्रतिवर्ष 24 जून को रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस प्रदेश के कई जिलो में श्रद्धा पूर्वक मनाया जाता है। वर्तमान में जितने प्रमुख स्मारक रानी दुर्गावती पर बने है, अधिकांश वे सभी भाजपा के शासन काल में बनाये गए है। गोंड बहुल सभी क्षेत्रों में बलिदान दिवस के कार्यक्रम बड़ी संख्या में आयोजित किये जाते है। आगामी 24 जून को भी पुरे प्रदेश में रानी दुर्गावती बलिदान दिवस मनाया जायेगा। चुकि स्थानीय स्तर पर बलिदान दिवस कार्यक्रम मनाये जाते है, इसलिए बलिदान दिवस हेतु समाज द्वारा बड़े कार्यक्रम एक सप्ताह तक आयोजित होते है।
रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस में देश के प्रधानमंत्री अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, रानी दुर्गावती की बलिदान गाथा को जन-जन तक पहुँचाने हेतु रानी दुर्गावती बलिदान दिवस गौरव यात्रा का शुभारंभ 22 जून 2023 को बालाघाट में माननीय ग्रह मंत्री अमित शाह जी के हाथों से होगा, यह यात्रा रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी एवं इसका समापन 27 जून 2023 को शहडोल में होगा, बलिदान दिवस निमित कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी होंगे। यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव का अवसर है जिसमें मध्यप्रदेश की गौरव रानी दुर्गावति जी के बलिदान को स्मरण करने स्वयं प्रधानमंत्री जी पधार रहे हैं। यात्रा संयोजक युवा आयोग के अध्यक्ष श्री निषांत खरे होंगे। सम्पूर्ण यात्रा का कंट्रोल रूम भोपाल में होगा।

वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के रूट

प्रदेष में 22 जून से 26 जून तक आयोजित की जा रही वीरांगना दुर्गावती गौरव यात्रा 5 स्थानों से आरंभ होगी। यह यात्राएं 26 जून को शहडोल पहुंचगी। बालाघाट से 22 जून को आरंभ हो रही यात्रा के प्रभारी केंद्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते होंगे। यह यात्रा बालाघाट, बैहर, बिछिया, डिंडोरी, पुष्पराजगढ़, अनूपपुर, जैतपुर होते हुए शहडोल पहुँचेगी। दूसरी यात्रा शहडोल के लिए छिंदवाड़ा से 22 जून को आरंभ होगी। यात्रा के प्रभारी सांसद श्री दुर्गादास उईके होंगे। यह यात्रा छिंदवाड़ा से चोरई, सिवनी, केवलारी, लखनादोन, मंडला, निवास, शहपुरा, उमरिया, पाली(मानपुर) होते हुए शहडोल पहुँचेगी।
यात्रा का तीसरा रूट सिंगरामपुर (जबेरा-दमोह) से शहडोल के लिए आरंभ होगा। इस रूट के प्रभारी, वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह होंगे। यात्रा 22 जून को सिंगरामपुर से प्रारंभ होकर जबेरा, मझौली (पाटन), सिहोरा, जबलपुर शहर, बरगी समाधि, कुंडम, शहपुरा, बीरसिंपुर पाली होते हुए शहडोल पहुँचेगी। यात्रा का चौथा रूट रानी दुर्गावती के जन्म स्थान उत्तरप्रदेश स्थित कालिंजर फोर्ट से 23 जून को शहडोल के लिए आरंभ होगा। इस यात्रा की प्रभारी पूर्व सांसद श्रीमती सम्पतिया उईके और यात्रा सह प्रभारी राज्यसभा सांसद श्री सुमेर सिंह सोलंकी होंगे। यात्रा कालिंजर से अजयगढ़, पवई, बड़वारा, विजराघवगढ़, अमरपुर, मानपुर होते हुए शहडोल पहुँचेगी। यात्रा का 5वां रूट धौहनी (सीधी) से 23 जून को आंरभ होगा और कुसमी, ब्यौहारी, जयसिंह नगर होते हुए शहडोल पहुँचेगी।

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