November 7, 2024
मध्य प्रदेश राजनीति

डैमेज कण्ट्रोल : संघ की रिपोर्ट के बाद बीजेपी एक्शन में- सभी मंत्रियों को असंतुष्टों को मनाने का फरमान

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में असंतोष क्योंकि नाराजगी और उपेक्षा को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रिपोर्ट के बाद अब उसके डैमेज कंट्रोल में बीजेपी जुट गई है। इसके लिए प्रभारी मंत्रियों को एक हफ्ते में जिलों में पहुंचकर संघ के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठकें कर नाराज लोगों को साधने के लिए कहा गया था।

इसका कुछ जिलों में असर भी देखने को मिला कई मंत्री लाडली लक्ष्मी उत्सव के सरकारी कार्यक्रम के बहाने जिलों में पहुंचे। जहां वे पार्टी और संघ के नेताओं के साथ बैठक करते हुए नजर आए। इंदौर में पिछले महीने हुई संघ की बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व जनप्रतिनिधियों में असंतोष को लेकर बात सामने आई थी। संघ ने अपनी रिपोर्ट के आधार पर पार्टी नेताओं को इस से अवगत कराते हुए नाराज लोगों को साधने के लिए कहा था। इसके बाद बीजेपी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिलों में भेजकर असंतुष्टों से संवाद करने और उनकी दिक्कत जानने के लिए भेजा था।

इस रिपोर्ट पर भी असंतोष और नाराजगी की बात सामने आई है जिस पर कोर कमेटी की बैठक में मंथन भी हुआ था। फिर सभी सांसद, विधायक और जिला अध्यक्ष को भोपाल तलब करने के बाद शाह प्रभारी मंत्रियों को जिलों में जाने के लिए कहा गया है। प्रभारी मंत्री जिलों में भेजकर जिला अध्यक्ष संघ के स्थानीय पदाधिकारियों और अन्य नेताओं के साथ समन्वय बैठक करेंगे और आगे की रणनीति पर मंथन करेंगे।

कोर ग्रुप की बैठक भी करेंगे प्रभारी मंत्री

प्रभारी मंत्रियों को जिलों में प्रवास के दौरान संघ और भाजपा नेताओं के साथ चमन समन्वय बैठक करने के साथ कोर ग्रुप की बैठक करने के लिए भी कहा गया है। पिछले दिनों प्रदेश कार्यालय में इसको लेकर दिए गए निर्देश के बाद जबलपुर के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव बेतूल के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार समेत कई मंत्री ने जिलों में बैठ चुकी हैं वहीं कटनी के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा भी बैठक के लिए पहुंचे हैं।

पूर्व मंत्री जोशी दे चुके बगावत के संकेत

इधर हाटपिपलिया से पूर्व विधायक और पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी बगावत के संकेत दे चुके हैं उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनके विकल्प खुले हैं। कांग्रेस और अन्य दल उनके संपर्क में है। वे कुछ भी फैसला आने वाले दिनों में ले सकते हैं। पूर्व मंत्री जोशी का कहना है कि हालात बुरे हैं किसी की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। धरने पर बैठकर समस्या के निराकरण के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि कुछ अन्य वरिष्ठ नेता भी दूसरे दलों के संपर्क में हैं।

Leave feedback about this

  • Quality
  • Price
  • Service

PROS

+
Add Field

CONS

+
Add Field
Choose Image
Choose Video
error: Content is protected !!
X