थायराइड की परेशानी
थायराइड की कमी न सिर्फ छोटे बच्चों में, बल्कि नवजात बच्चों में भी हो सकती है। जिससे बच्चे का मानसिक विकास प्रभावित होता है। इसलिए समय रहते इसे पकड़ लेना आवश्यक है। एक आयु निकल जाने के बाद इसे पता कर भी कुछ अधिक नहीं किया जा सकता है।
ब्लड प्रेशर
बच्चों में भी उच्च रक्तचाप ( high blood pressure) की परेशानी होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे दिल की परेशानी, धमनियों की दिक्कत इत्यादि। यदि समय रहते इसे न पकड़ा जाए तो शरीर के अन्य अंगों जैसे kidney, brain पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
मोतियाबिंद
बच्चों की आंखो में भी मोतिया ही सकता है। कई बार ऐसा जन्म के साथ ही है सकता है।
डायबिटीज़
बच्चो में sugar/diabetes की बीमारी भी होती है। ये अनुवांशिक भी हो सकती है और ऐसा भी हो सकता है कि घर में और किसी को ये बीमारी न हो। ऐसे बच्चे बार बार बीमार पड़ते हैं और कमज़ोर होते जाते हैं।
डिप्रेशन/मानसिक बीमारियां
समय के साथ बच्चों का रहन सहन, खेलने की आदतें बदल गई हैं। अब वो डिप्रेशन के शिकार होने लगे हैं। संयुक्त परिवारों की कम होती संख्या, मां पिता का बच्चो को समय न दे पाना इत्यादि अनेक कारण हैं इस बीमारी के।
आवश्यकता है समय रहते बीमारी को पकड़ना और उसका समुचित इलाज कराना।