मथुरा रजक (अधिमान्य पत्रकार)
नीय पशु चिकित्सालय प्रांगण में हड़ताल पर डटीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
रायसेन। वर्षों से नियमित करने की मांग पर अड़ीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हब हड़ताल की राह पकड़ ली है। 23 जनवरी से 28 जनवरी तक जिले की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम बंद हड़ताल पर चली गई हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद को नियमित करने एवं मानदेय के स्थान पर वेतनमान निर्धारित करने की मांग पर अड़ीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पशु चिकित्सालय प्रांगण में धरना दिया।
इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद को स्थाई करने की मांग हम वर्षों से करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार ने आज तक हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया है। हम से काम शासकीय कर्मचारियों के समान लिया जा रहा है और वेतन के नाम पर मानदेय दिया जा रहा है। सरकार का यह दोहरा रवैया अब नहीं चलने वाला। उन्होंने कहा कि 23 जनवरी से 28 जनवरी तक चरबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन में जिले की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं शामिल होंगी। जरूरत पड़ी तो आंदोलन को आगे भी जारी रखा जाएग। बता दें कि शासन की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका होती है। हर विभाग का काम इनके सुपुर्द कर शासन चैन की सांस लेता है, लेकिन वेतन के नाम पर इन्हें महज 10 हजार रुपए मानदेय प्रदान किया जाता है। इसी बात से नाराज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सब्र का बांध अब टूट चुका है। इसी तरह की अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अब हड़ताल शुरू कर दी है। कार्यकर्ताओं की इस हड़ताल का सीधा असर शासन की योजनाओं पर पड़ेगा। इसके अलावा आंगनबाड़ी केन्द्र बंद रहने से बच्चों को प्रदाय किया जाने वाला मध्याह्न भोजन की प्रक्रिया भी प्रभावित होगी। फिलहाल मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रखने का कार्यकर्ताओं ने पूरा मन बना लिया है।
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