दुनिया के सबसे अमीर शख्स में से एक एलन मस्क ने आखिरकार 7 महीने बाद ट्विटर को 44 अरब डॉलर में टेकओवर कर लिया। खरीदारी होते ही 51 वर्षीय मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट के सीईओ पराग अग्रवाल, पॉलिसी हेड और लीगल मामलों की टॉप अफसर विजया गाड्डे को बर्खास्त कर दिया। मस्क ने कुल 4 टॉप एक्जीक्यूटिव्स निकाले जिसमें 2 भारतीय मूल के थे। पराग अग्रवाल तो ज्यादा दिन सीईओ नहीं रहे, लेकिन गाड्डे काफी समय से ट्विटर के साथ थीं। उन्हें डोनाल्ड ट्रंप से पंगा लेने के कारण ट्विटर का सबसे ताकतवर कर्मचारी भी बताया जाता था। आइए उनके बारे में जानते हैं-
सबसे ताकतवर महिला एक्जीक्यूटिव बनीं
विजया गाड्डे ट्विटर में पॉलिसी, लीगल और सेफ्टी इशूज जैसे अहम डिपार्टमेंट्स देख रही थीं। वह कंपनी की लीगल डायरेक्टर भी रही। 2014 में वह अचानक चर्चा में आई जब ‘फॉच्र्यून’ ने उन्हें ट्विटर की सबसे ताकतवर महिला एक्जीक्यूटिव बताया।
डोनाल्ड ट्रंप का राजनीतिक विज्ञापन हटाया
2020 में अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने ही डोनाल्ड ट्रंप के सभी तरह के राजनीतिक विज्ञापन हटाने का फैसला लिया था। उन्होंने जैक डॉर्सी को इसके लिए मनाया। जब कैपिटल हिल पर उपद्रव हुआ तो विजया ने ही डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाऊंट बंद करने का फैसला लिया था। ट्रंप समर्थकों ने तब कहा था कि ‘डॉर्सी कंपनी का पब्लिक फेस हैं मगर प्रॉडक्ट और स्ट्रैटजी से लेकर, ट्विटर के नियमों से जुड़े सभी फैसले विजया करती हैं।
मस्क के ट्विटर खरीदने पर रो पड़ी विजया
मस्क ने जब ट्विटर खरीदने के लिए सौदा किया तो इससे विजया गाड्डे काफी दुखी थीं। अप्रैल 2022 में विजया ने पॉलिसी और लीगल टीमों की वर्चुअल मीटिंग बुलाई जिसमें वह कंपनी की आगे की नीतियों पर बात करते रोने लगी। गाड्डे को मस्क के नेतृत्व में कंपनी कैसी चलेगी, जैसे फैसलों पर अनिश्चितता थी। अब मस्क ने ट्विटर खरीदते ही टॉप 4 एक्जीक्यूटिव्स को बाहर कर दिया। उम्मीद है कि आगे और भी छंटनी होगी।
72 मिलियन डॉलर मिलेंगे
विजया को ट्विटर छोडऩे पर 72 मिलियन डॉलर मिलेंगे। यह भारतीय करंसी के अनुसार 592 करोड़ रुपए बनता है। उन्हें यह पैसे स्टॉक होल्डिंग्स, सैलरी से मिलेंगे।
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