IndiaFlipNews राज्य मध्य प्रदेश जिला रायसेन अपनी ही बेटियों के घर बसने में बाधा बन रहीं मां
जिला रायसेन

अपनी ही बेटियों के घर बसने में बाधा बन रहीं मां


– दो मामलों में लड़की की मां के अत्याधिक हस्तक्षेप से नहीं हो पाई सुलह
रायसेन। परिवार परामर्श केंद्र में मंगलवार को दो मामलों में लड़की की मां ने अपनी ही बेटियों के घर नहीं बसने दिए। शादी के बाद भी बहुत अधिक बेटी के घर मे हस्तक्षेप व बेटियों को पूरी तरह से अपने प्रभाव में रखने की जिद ने उनके घर को उजड़ने की कगार पर पहुचा दिया।
रायसेन के ही एक युवक की ग्राम चौपड़ा निवासी एक युवती से तीन साल पहले शादी हुई थी। लेकिन यह अक्सर अपने मायके में ही रहती, पति के आवेदन पर दोनों पक्षों को सुना तो पत्नी ने बताया उसका पति उसे ठीक से नहीं रखता, इस वजह से अब उसके साथ नहीं रहेगी। काफी पूछताछ के बाद भी वह ऐसी कोई ठोस वजह नहीं बता पाई, जिसके चलते वह अपना घर उजाड़ रही थी, उसके पति ने बताया कि वह जैसे चाहे पत्नी को रखने तैयार है, लेकिन उसकी सास के हस्तक्षेप से उसका घर बर्बाद हो रहा है। पत्नी किसी भी शर्त पर पति के साथ रहने को तैयार नहीं थी, इस निर्णय में वह पूरी तरह से अपनी मां के प्रभाव में रही, उसकी मां की भी यही मंशा थी।
इसी तरह एक अन्य मामले में काफी देर काउंसलिंग के बाद पति पत्नी के रिश्ते में पड़ी दरार पटने की कगार पर थी। पत्नी को उसके जीवन को देखते हुए निर्णय लेने व पुराने बुरे अनुभव भूलकर नया जीवन शुरू करने की सलाह दी गई। इस मामले में भी पत्नी उसकी मां के अत्यधिक प्रभाव में दिखी, अंतिम निर्णय से पहले दोनों को एक सप्ताह का समय दिया गया जिसमें सलाह दी गई कि दोनों पत्नी आपस में बात कर मनमुटाव दूर कर लें, लेकिन पत्नी की मां इस पक्ष में नही थी उसने पति पत्नी के बात करने पर आपत्ति जताई। ऐसे में इस मामले में भी पत्नी की मां के हस्तक्षेप से बेटी का घर बिगड़ने की कगार पर है।
बैठक में कुल 6 प्रकरण रखे गए, जिसमें से 2 में आगामी तारीख दी गई है। 3 प्रकरण नस्तीबद्ध किए गए व एकमे पक्षकारों को न्यायालय जाने की सलाह दी गई।
बैठक में एसडीओपी अनीता प्रभा शर्मा, अध्यक्ष कैलाश श्रीवास्तव, सलाहकार अशोक गुप्ता, चेतन राय, अनीता राजपूत, एएसआई अनिल वर्मा, प्रधान आरक्षक लक्ष्मण प्रसाद, आरक्षक लोकेंद्र मौर्य उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि एसपी विकास शहवाल के निर्देशन व एएसपी अमृतलाल मीणा के मार्गदर्शन में हर मंगलवार को एसडीओपी कार्यालय में परिवार परामर्श केंद्र की बैठक आयोजित की जाती है, जिसके माध्यम से पारिवारिक विवादों को आपसी सहमति से सुलझाने का प्रयास किया जाता है।

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