रायसेन। किसानों की मुसीबत है कि कम होने का नाम नहीं लेती, कभी बारिश, कभी ओलावृष्टि तो कभी बीज की अनउपलब्धता तो कभी खाद की किल्लत इन सबसे जैसे-तैसे निपटने के बाद जब फसल के उपार्जन का समय आया तो अब वारदाने की किल्लत। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खेती को लाभ का धंधा बनाने के सपने पर अधिकारी पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर आ रहीं दिक्कतों से किसानों का आक्रोषित होना लाजमी है। ऐसा ही आज कुछ गढ़ी में देखने को मिला।
वारदाना खत्म होने की वजह से जब गेहूं उपार्जन कार्य बधित हुआ तो किसान आक्रोषित होकर सड़कों पर आ गए। इतना ही नहीं भोपाल-सागर मार्ग पर अपने ट्रेक्टर ट्राली को सड़क पर खड़ा कर चक्काजाम करना शुरू कर दिया और जमकर नारेबाजी भी की। किसानों ने बताया कि उपार्जन केन्द्र पर उनसे तुलाई लिए वारदाने के पैसे मांगे जा रहे हैं। करीब आधा घंटा चले इस प्रदर्शन में किसानों ने जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जैसे-तैसे किसानों को समझाया, तब कहीं जाकर चक्काजाम समाप्त हो सका। किसानों ने बताया कि एक तो उपार्जन केन्द्र पर वारदाना नहीं है, ऊपर से जो बचा-खुचा वारदाना है, उसके उनसे पैसे मांगे जा रहे हैं। बता दें कि रायसेन जिले के गढ़ी में गुरूवार को समर्थन मूल्य पर उपार्जन केन्द्र पर वारदाना खत्म होने की वजह से गेहूं तुलाई का कार्य रोक दिया गया था, जिस वजह से किसान आक्रोषित हो गए और चक्काजाम कर दिया। करीब 30 मिनिट तक चले इस चक्काजाम को पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर खत्म कराया।