रायसेन। एक विवाहिता करीब 8 महीने पहले अपने देवर से हुए विवाद के कारण मायके चली गई थी। जबकि पति से उसका कोई विवाद नहीं है, इसके बावजूद पति ने इसके लिए माफी मांगी और आगे से ऐसा न होने का वचन भी दिया, लेकिन पत्नी ने देवर से हुए विवाद को मुद्दा बनाकर पति से ही रिश्ता तोड़ते हुए अपना घर उजाड़ लिया।
परिवार परामर्श केंद्र में कई बार ऐसे मामले भी सामने आते है, जिसमे लाख समझाइश के बावजूद कुछ लोग अपनी जिद के चलते हाथों से अपना आशियाना उजाड़ लेते हैं। ये मामले परिवार परामर्श केंद्र के लिए भी दुखदाई पहलू हैं, लेकिन समाज के लिए सीख है कि जरा सी नादानी कितना बड़ा नुकसान कर सकती है। एक महिला जिसका करीब 8 महीने पहले घरेलू कहासुनी में अपने देवर से विवाद हो गया। इस बात को उसने इतना बड़ा मुद्दा बना लिया कि लख समझाइश और पति के माफी मांगने के बाद भी वह ससुराल लौटने को राजी नहीं हुई। हालांकि उसने खुद ये स्वीकारा की पति से उसका कोई झगड़ा नहीं हुआ न ही उससे कोई शिकायत है। इसके बाद भी वह किसी कीमत पर ससुराल लौटने को राजी नहीं हुई और उसने रिश्ता खत्म करने की बात कही। मामले में समझौते की सम्भावना नहीं दिखने पर दोनों पक्षों को न्यायालय में जाने की सलाह दी गई। मंगलवार को कुल 7 प्रकरण रखे गए थे, जिनमे से दो पक्षकारों को समझाइश के बाद आपसी सुलह के लिए 7 दिन का समय दिया गया है। 4 प्रकरणों में पक्षकारों को आगामी तारीख दी गईं है।
बैठक में एसडीओपी श्रीमती अनीता प्रभा शर्मा, अध्यक्ष कैलाश श्रीवास्तव, सलाहकार अशोक गुप्ता, चेतन राय, अनीता राजपूत, एएसआई अनिल वर्मा, प्रधान आरक्षक लक्ष्मण प्रसाद, आरक्षक लोकेंद्र मौर्य उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि एसपी विकास शहवाल के निर्देशन व एएसपी अमृतलाल मीणा के मार्गदर्शन में हर मंगलवार को एसडीओपी कार्यालय में परिवार परामर्श केंद्र की बैठक आयोजित की जाती है, जिसके माध्यम से पारिवारिक विवादों को आपसी सहमति से सुलझाने का प्रयास किया जाता है।