पुलिस ने किया अंधे कत्ल का पदाफाश
रायसेन। आज बेगमगंज पुलिस को अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में एक बड़ी सफलता मिली है। बेगमगंज तहसील के एक खेत में विगत दिनों एक नर कंकाल मिला था, जिसकी शिनाख्त न हो पाने की वजह से पुलिस काफी परेशान थी, लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद आज पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझा लिया है और आरापियों को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की बेगमगंज तहसील अंतर्गत करहौला ग्राम में विगत 1 मई को यहां के किसान मोतीराम के खेत में एक नरकंकाल मिला था। बेगमगंज थाना प्रभारी राजपाल जादौन जब दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तो ज्ञात हुआ कि किसी ने साक्ष्य मिटाने की गरज से उसे जलाया है। पास ही जला हुआ पड़ा मोबाईल एक महत्वपूर्ण साक्ष्य के तौर पर पुलिस को मिला। मोबाइल तो पूरी तरह जल चुका था, लेकिन सिम सुरक्षित थी, जिसकी मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची। सागर जिले के निवासी आरोपी पुष्पेन्द्र दांगी ने अपनी प्रेमिका को उससे छुटकारा पाने के लिए पहले उसे मौत के घाट उतारा फिर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से पेट्रोल डालकर आग लगा दी। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शहवाल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा के मार्गदर्शन में बेगमगंज एसडीओपी ने एक टीम गठित कर जांच पड़ताल शुरू की। जिसमें आरोपी पुष्पेन्द्र दांगी उसके माम रंजीत दांगी और चचेरे भाई नरेन्द्र द्वारा 22 वर्षीय युवति की हत्या कर उसे जला दिया था। बेगमगंज पुलिस ने इस अंधे कत्ल का शुक्रवार को खुलासा कर दिया। वहीं आरोपी पर 302 हत्या का मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है, जहां से उन्हें रायसेन जेल भेज दिया गया।