रायसेन। मंडला जिले के घुघरी थाना क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी को शादी के नाम पर रायसेन जिले में बेचने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस मामले में लिप्त चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। नाबालिग किशोरी जबलपुर की एक डेयरी में काम करने गई थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंडला जिले के घुघरी थाना क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी जबलपुर की एक डेयरी में काम कर रही थी, यहां उसकी मुलाकात एक अन्य महिला पहलवाति और सुनील कुशवाह से हुई। उन्होंने उसे अधिक पैसे मिलने का लालच दिया और मुंबई ले गए। यहां से वे किशोरी को रायसेन जिले के पतई गांव ले आए और विष्णु कुशवाह नामक व्यक्ति से 50 हजार रुपए लेकर किशोरी का विवाह उससे करा दिया। 50 हजार रुपए दोनों ने आपस में बांट लिए। किशोरी के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट घुघरी थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो वह शीघ्र ही आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस ने छिंदवाड़ा, जबलपुर और रायसेन जिले से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा युवति को परिजनों को सौंप दिया है। काम करने के लिए जिले से बाहर गई इस 17 साल की किशोरी को बहला-फुसला कर बेचने का मामला बेहद संगीन था, जिस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर उसे अंजाम तक पहुंचाया। इस मामले में पुलिस ने सुनील कुशवाह पिता हरिप्रसाद कुशवाह निवासी ग्राम निवारी गाडरवारा जिला नरसिंहपुर, पहलवति पति सुनील कुशवाहा थाना गाडरवारा जिला नरसिंहपुर, राजेन्द्र उर्फ ब्लाडर पनरिया पिता कलिदास पनरिया ग्राम हीरापुर थाना निवास मंडला एवं विष्णु कुशवाह पिता बारेवीर कुश्वाह ग्राम पतई थाना देवरी जिला रायसेन को गिरफ्तार किया है, जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया।