रायसेन। जिला चिकित्सालय में पदस्थ स्टाफ नर्स की मौत यूं तो जलने से हुई थी, लेकिन जलने के कारणों का अभी तक पता नहीं लग सका है। जहां एक ओर हिन्दूवादी संगठन इसे लव-जिहाद का मामला बता रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर मृतिका के परिजन पति द्वारा आग लगाकर हत्या करने की बात कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा है, परिजनों सहित हिन्दू संगठन ने एसपी को ज्ञापन सौंप मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
28 वर्षीय वर्षा मर्शकोले जो जिला चिकित्सालय में वर्ष 2019 से स्टाफ नर्स की ट्रेनिंग पर थी, गत 28 जून को आग में झुलसने के कारण उसकी भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। 27 जून को आग में झुलसी वर्षा को पहले जिला चिकित्सालय रायसेन में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे भोपाल रेफर कर दिया गया था। वर्षा की दोस्ती वार्ड 13 अशोक नगर निवासी आसिफ से हुई। परिजनों का आरोप है कि आसिफ ने उनकी बेटी पर दबाव बनाकर उससे जबजस्ती शादी की और उसका धर्म भी परिवर्तन कर दिया। परिजनों ने बताया कि शादी के बाद से ही वर्षा काफी परेशान रहती थी, आसिफ उसके साथ अक्सर मारपीट करता था, उसकी तनख्वाह भी छीन लेता था, जिससे परेशान होकर वर्षा ने हमसे कई बार फोन पर बात की, लेकिन हम उसकी शादी के खिलाफ थे, तो हमने उसकी लाइफ में ज्यादा दखल अंदाज नहीं किया। उसने कई बार हमसे पैसों की भी मांग की, लेकिन हम उससे मिलते उससे पहले ही उसकी मौत की खबर आ गई। वर्षा के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि उनकी बेटी के हत्यारे आसिफ खान पिता सलीम खान पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उधर शनिवार को हिन्दू वादी संगठनों ने भी मोर्चा खोला और कलेक्टर अरविंद दुबे को ज्ञापन सौंपकर आसिफ खान पर कार्रवाई की मांग की है। उधर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मर्ग कायम कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है, परिजनों के भी बयान लिए गए हैं, पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।