नजर आने लगा मंदिर का स्वरूप
उत्तर प्रदेश। अयोध्या में बन रहे रामलला के मंदिर का अब स्वरूप नजर आने लगा है। मंदिर पर बीम चढऩे के बाद इसकी सुंदरता और अधिक निखरकर सामने आई है। रामलला के भव्य अभिषेक के लिए भारत के अलावा यूक्रेन, रूस सहित 7 महाद्वीपों और 155 देशों से पवित्र जल इक_ा किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गंदर्शंन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या में भगवान राम के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्मांण तेजी से हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 अप्रैल को 155 देशों की नदियों के जल से भगवान रामलला की मूर्ति का भव्य जलाभिषेक करेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल को मनीराम दास छावनी सभागार में आयोजित होने वाले समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ टीम से प्राप्त ‘जल कलशÓ की पूजा करेंगे। राय ने बताया कि कलश में पाकिस्तान की रावी नदी समेत 155 देशों की नदियों का जल होगा। उन्होंने बताया कि दुनिया भर के देशों से लाए गए जलकलश पर उन देशों के झंडे, उनके नाम और नदियों के नाम वाले स्टीकर लगे होंगे। इस कार्यक्रम में कई देशों के राजदूत भी शिरकत करेंगे। राय के मुताबिक पाकिस्तान की नदियों का जल पहले पाकिस्तान के हिंदुओं ने दुबई भेजा और फिर दुबई से इसे दिल्ली लाया गया। अब इस जल को अयोध्या लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के अलावा सूरीनाम, चीन, यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान, कनाडा और तिब्बत समेत कई अन्य देशों की नदियों का जल भी भगवान रामलला के जलाभिषेक के लिए लाया जाएगा।