मथुरा रजक, रायसेन
रायसेन। अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर आज आशा-ऊषा एवं आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। जिले भर की करीब 5 सौ से अधिक आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय दशहरा मैदान से काली पट्टी बांधकर रैली निकाली। इस दौरान कार्यकर्ताएं पूरी सड़क को घेरे हुए चल रहीं थीं, जिससे उनके पीछे वाहनों की लंबी कतार लग गईं। जब आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं की रैली एसडीएम कार्यालय के समक्ष पहुंची तब एसडीएम एलके खरे की समझाईश के बाद इन कार्यकर्ताओं ने रास्ता छोड़ा और वाहनों को निकलने दिया।
आशा, ऊषा कार्यकर्ता पैदल रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचीं जहां मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया। आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि बेहद ही कम वेतन में कार्य करने की वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनका वेतन 10 हजार रुपए प्रतिमाह एवं पर्यवेक्षकों का वेतन 15 हजार रुपए प्रतिमाह तत्काल लागू किया जाए। आशा ऊषा कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में वे महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं हैं, बावजूद इसके उन्हें कम वेतन में कार्य करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनके इस योगदान को मान्यता देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आशाओं को ग्लोबल हेल्थ लीडर के 6 अंतर्राष्ट्रीय अवार्डों से सम्मानित किया इसके बावजूद सरकार आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं एवं पर्यवेक्षकों को श्रम के एवज में न्यायपूर्ण वेतन देने को तैयार नहीं है।