रायसेन। चुनावी वर्ष में एक बार फिर पार्टी दिग्गजों के बीच आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है। विगत दिनों रायसेन आए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने जहां भाजपा को आड़े हाथों लिया था, वहीं आज रायसेन पहुंचे राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी भाजपा के नेता और मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वे आज यहां मंडल सेक्टर एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने आए थे।
सर्किट हाउस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए दिग्गीराजा ने कहा कि घोटालेबाज सरकार के नित नए घोटाले उजागर हो रहे हैं। पीडीएस का घोटाला इतना बड़ा है कि जरूरतमंद लोगों को 50 प्रतिशत भी नहीं मिल पाता है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जरूरत के समय लोगों को एम्बूलेंस उपलब्ध नहीं होती, क्योंकि इन एम्बूलेंस का उपयोग भाजपा के उम्मीदवारों को शराब और पैसा बांटने में किया जा रहा है। दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि लाड़ली बहन योजना चुराई हुई योजना है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में इस योजना को न्यूनतम आय योजना के रूप में शामिल किया गया था। जिसके तहत हर गरीब परिवार को छह हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाना था। उन्होंने सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी की ओर इशारा करते हुए कहा कि संगत का असर बुरा होता है, बुरी संगत अच्छे-अच्छों को बिगाड़ देती है, इसका नमूना ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ. चौधरी हैं। प्रभुराम चौधरी की मेरे पास बहुत बड़ी शिकायत आई है, लेकिन पहले मैं इसकी जांच करुंगा, फिर उसे उजागर करुंगा।
दोपहर बाद दिग्विजय सिंह स्थानीय यशवंत गार्डन पहुंचे जहां उन्होंने सांची विधानसभा के मंडलम सेक्टर एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली। बैठक के दौरान दिग्विजय सिंह मंच छोड़कर कार्यकर्ताओं के बीच बैठे नजर आए।