मथुरा रजक (अधिमान्य पत्रकार)
रायसेन। शिव भक्ति की ऐसी अनूठी मिसाल शायद आपको कहीं ओर देखने को नहीं मिलेगी। हम बात कर रहे हैं प्राचीन दुर्ग स्थित सोमेश्वर धाम मंदिर की। अपने ही मंदिर में कैद सोमेश्वर महादेव ने अपने भक्तों को शायद ऐसे ही दर्शन देने का मन बना लिया है। सर्दी हो, गर्मी हो, या बारिश प्रतिदिन सुबह यहां हर-हर महादेव के जयकारे गुंजायमान होते हैं। फोर्ड क्लब के सदस्यों ने यहां शिव भक्ति की अनूठी मिसाल पेश की है। प्रतिदिन किले पर जाने वाले इन फोर्ड क्लब के सदस्यों द्वारा भगवान शिव की वंदना की जाती है। सोमेश्वर धाम के समीप ही गुफा में एक प्राचीन शिवलिंग स्थित है। शिव भक्तों ने इस मंदिर का कायाकल्प कर दिया है। दुर्गम स्थान पर एक गुफा में मंदिर होने की वजह से यहां कम ही लोग पहुंच पाते थे, लेकिन शिव भक्तों की आस्था के चलते अब इस मंदिर में विधिवत भगवान शिव की न सिर्फ पूजा अर्चना की जा रही हैं, संगीतमयी आरती भी होती रहती है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों गुप्त नवरात्रि चल रही है आज गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिवस है। इसी के चलते लोगों ने भगवान शिव का अभिषेक कर पूजा अर्चना की। इन दिनों गुप्त नवरात्रि चल रही है। नवरात्रि का आज दूसरा दिवस है। इसी के चलते शहर के कई लोगों ने रायसेन स्थित सोमेश्वर धाम किले पर प्राचीन गुफा मंदिर में शिव अभिषेक कर आरती की। शहर के वरिष्ठ पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ला बताते हैं कि गुप्त नवरात्रि में भगवान शिव माता पार्वती जी की आराधना करने से धन लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। इसलिए ओम नमः शिवाय का जाप करते रहना चाहिए। इसी के चलते आज रवि प्रजापति, उदय चक्रवर्ती, अमर चक्रवर्ती, देव चक्रवर्ती, संदीप यादव, रामू जी खत्री, रवि खत्री, आकाश प्रजापति आदि लोग किले पर पहुंचे और भगवान शिव का अभिषेक किया। बता दें कि वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि पर्व पर ही शिव मंदिर के ताले खोले जाते हैं। इसके बाद सालभर भगवान शिव ताले में कैद रहते हैं। शहर के लोग भगवान शिव के बाहर से ही दर्शन करते हैं पर उनका मन शिवजी को ताले में देखकर दुःखी होता है।