मथुरा रजक, रायसेन।
रायसेन। सेवादारी सिंधी समाज, रायसेन के तत्वावधान में हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय पर चेटीचंड (झूलेलाल जयंती) मनाया जाता है। चैत्र मास को सिंधी में चेट कहा जाता है और चांद को चण्ड, इसलिए चेटीचंड का अर्थ हुआ चैत्र का चांद चेटीचंड को अवतारी युगपुरुष भगवान झूलेलाल के जन्म दिवस के रूप में जाना जाता है।
प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी भगवान झूलेलाल जन्मोत्सव 23 मार्च चेटीचंड के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रात: झूलेलाल मंदिर गुरूद्वारा साहेब मुखर्जी नगर रायसेन में समाज के पदाधिकारियों की उपस्थिति में पूजा पाठ कर प्रात: 8 बजे महा आरती का आयोजन किया गया, इसके पश्चात 11 बजे बहराणा साहब भोपाल के प्रसिद्ध एसएसडी म्यूजिकल गु्रप द्वारा भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई। इसके बाद दोपहर 2 बजे से शहर में विशाल शोभा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसका समापन स्थानीय मिश्र बालाब पर हुआ। शोभायात्रा में विभिन्न प्रकार की झांकियों की प्रस्तुति दी गई व शोभा यात्रा का जगह-जगह पर पुष्प, मिल्क रोज, शीतल पेय, फलों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। शोभा यात्रा में साथ चल रहे समाज बंधु झूलेलाल के लोकगीतें पर झूमते हुए चल रहे थे।