रायसेन।कलेक्ट्रेट के कंपोजिट भवन में संचालित हो रहे दर्जनों सरकारी दफ्तरों में सालों से चपरासी चौकीदार भृत्य मलाईदार विभागों में सेटिंग कर वर्षों से जमे हुए हैं।आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में होना तय है।क्या इन चपरासियों तबादला नीति का नियम क्यों लागू नहीं होता।
इन विभागों में चपरासी कर रहे बाबूगिरी…..
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सस्त्र लायसेंस शाखा रायसेन में एक चपरासी अक्सर बाबूगिरी करते नजर आते हैं।हालांकि यहां एक महिला बाबू के पद पर पदस्थ हैं।लेकिन फिर भी वह सल्तनत चपरासी बाबूगिरी करते नजर आते हैं।इसी तरह योजना मण्डल माइनिंग विभाग,जिला पंचायत, उप संचालक सामाजिक न्याय विभाग भू अधीक्षक कार्यालय रायसेन, जिला शिक्षा विभाग, डीपीसी कार्यालय, कृषि विभाग, कोषालय, ई गवर्नेंस आफिस, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, आरटीओ, पीडब्ल्यू डी एसडीओ मुख्य कार्यपालन यंत्री रायसेन, पीएम सड़क परियोजना फेस1,2 आदि विभागों में चपरासी पदस्थ हैं जो भृत्य का कार्य करने में शर्म महसूस करते हैं और बाबूगिरी कम्प्यूटर आपरेटर कार्य करने में गर्व महसूस करते हैं।अगर इन दफ्तरों के अधिकारी द्वारा इन मलाईदार विभागों में जमे चपरासियों को हटाने की कार्यवाही करते हैं तो राजनेतिक एप्रोच की मजबूत पकड़ होने की वजह कोई उन्हें टस से मस नहीं कर पाते।